बुरहानपुर के सुप्रसिद्ध बालाजी के मेले की तैयारियों को लेकर हुई बैठक, 13, 14 व 15 अक्टूबर को आयोजित होगा दिव्य एवं भव्य मेला।
बुरहानपुर(न्यूज़ ढाबा)–ऐतिहासिक परंपरागत श्री बालाजी महाराज का उत्सव प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष भी 3 अक्टूबर से 16 अक्टूबर 2024 तक मनाया जाएगा। इस दौरान विभिन्न धार्मिक आयोजन संपन्न होगे। 3 अक्टूबर से 12 अक्टूबर विजया दशमी तक भगवान श्री बालाजी महाराज नगर में भ्रमण कर भक्तों को आशीर्वाद देंगे। ताप्ती नदी के तट सतियारा घाट पर 13 अक्टूबर से तीन दिवसीय भव्य मेले का आयोजन होगा। तीन दिनी मेले में दीपदान कर महाआरती, भजन मंडलियों द्वारा भजनों की प्रस्तुति, सांस्कृतिक कार्यक्रम, अखाड़ों का करतब, मलखंभ एवं डांडिया रास गरबा प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएगी। प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। प्रथम दिवस 13 अक्टूबर को शाम 7 पूज्य, साधु संतों, पुजारियों एवं पंडितों द्वारा स्वस्ति वाचन, मां ताप्ती की महाआरती व दीपदान किया जाएगा। साथ ही बुरहानपुर के प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा भजन, कीर्तन एवं शहनाई वादन की प्रस्तुति होगी। 14 अक्टूबर को डांडिया व रास प्रतियोगिता होगी। अंतिम दिवस 15 अक्टूबर को प्रसिद्ध भजन गायक रीजा खान एवं बाली ठाकरे अरे ये मैया जी… जरा ताली बजा लेना फेम द्वारा ‘‘माता का जगराता‘‘ की प्रस्तुति दी जाएगी।
महाजनापेठ स्थित भगवान श्री बालाजी मंदिर में तैयारियों को लेकर क्षेत्र की विधायक एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस (दीदी), महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल सहित जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में बैठक संपन्न हुई। बैठक में मेले की कार्ययोजना तैयार की गई। बैठक में नगर निगमायुक्त, पुलिस विभाग, यातायात पुलिस, विद्युत विभाग, स्वास्थ्य विभाग, होमगार्ड, लोक निर्माण विभाग, विद्युत विभाग, जनपद पंचायत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे। बैठक के पश्चात श्रीमती चिटनिस एवं समस्त जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों ने मेला स्थल सतियारा घाट का निरीक्षण किया।
प्रतिदिन भगवान श्री बालाजी के रथ भ्रमण मार्ग पर नियमित साफ-सफाई, पानी छिड़काव, मार्ग की मरम्मत किए करने के निर्देश दिए। साथ ही भगवान श्री बालाजी महाराज का जहां-जहां भ्रमण होगा उस मार्ग पर रंगोली भी बनाने का क्षेत्रवासियों से आग्रह किया। पुलिस को शहर की यातायात और सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए कहा।
इस वर्ष भी विभिन्न व्यायाम शालाओं द्वारा मेले में पहुुंचने वाले श्रद्धालुओं का तिलक लगाकर स्वागत किया जाएगा। सुरक्षा की दृष्टि से नदी किनारे होमगार्ड एवं गोताखोरों को तैनात किया जाए। मेला स्थल पर वाहनों से पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के वाहनों पार्किंग की व्यवस्था कड़वीशा नाला, तिलक हॉल, श्री बालाजी मंदिर परिसर, कामेश्वर आईल मिल आदि स्थानों प्रतिवर्षानुसार की जाएगी।
बैठक में अधिकारियों को मेला स्थल पहुंच मार्ग की मरम्मत, मेला स्थल पर घाट की पुताई (रंग-रोगन), मेला स्थल पर प्रकाश की पर्याप्त व्यवस्था, मेला प्रांगण की सफाई, मेला प्रांगण का समतलीकरण (गड्डे भरना), मुख्य मंच की मरम्मत करना, राजघाट से आने वाले मार्ग मेला स्थल सतियाराघाट तक पहुंच मार्ग की मरम्मत एवं साफ-सफाई तथा प्रकाश व्यवस्था के लिए निर्देशित किया।
13 अक्टूबर से सूर्यपुत्री नदी के तट पर स्थित श्री सतियारा घाट पर भगवान श्री बालाजी महाराज का मेला लगेगा। यहां तीन दिवस तक भगवान श्री बालाजी श्रद्धालुओं के लिए दर्शनार्थ विराजमान होगे। 14 एवं 15 अक्टूबर को प्रातः नदी पर श्रीजी का पूजन अभिषेक, शाही स्नान और आरती होगी। 15 अक्टूबर को नदी तट पर से बालाजी महाराज देर रात राजघाट, शाह बाजार, फव्वारा चौक, गांधी चौक, पांडुमल चौराहा होते हुए वापस मंदिर पहुंचेंगे। 16 अक्टूबर 2022 कोजागिरी पूर्णिमा पर भगवान श्री बालाजी महाराज प्रांगण चांदनी चौक में विराजमान होंगे तथा जहां मंदिर प्रांगण में विशाल मेला लगेगा। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए समुचित यातायात व्यवस्था एवं पेयजल व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही। साथ ही मेले के दौरान पर्याप्त सफाई एवं प्रकाश व्यवस्था भी व्यवस्थित करने का आग्रह किया।
बैठक में महापौर श्रीमती माधुरी अतुल पटेल, मंदिर प्रमुख चंद्रकांत बालाजीवाले, मोहन बालाजीवाले, चंद्रकांत बालाजी वाले जनप्रतिनिधिगण, समाजसेवी एवं विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।