M.P. छतरपुर हिंसा में शामिल 20 आरोपियों का पुलिस ने जुलूस निकाला है। थाने से कोर्ट तक पैदल ले जाते हुए नारे लगवाए कि पत्थर फेंकना पाप है। पुलिस हमारी बाप है। हिंसा के मुख्य आरोपी के आलीशान घर को प्रशासन ने जमींदोज कर दिया है।
मध्य प्रदेश(न्यूज़ ढाबा)–M.P. छतरपुर हिंसा में शामिल 20 आरोपियों का पुलिस ने जुलूस निकाला है। थाने से कोर्ट तक पैदल ले जाते हुए नारे लगवाए कि पत्थर फेंकना पाप है। पुलिस हमारी बाप है। हिंसा के मुख्य आरोपी के आलीशान घर को प्रशासन ने जमींदोज कर दिया है।
छतरपुर: छतरपुर शहर में 21 अगस्त को सिटी कोतवाली में प्रदर्शन करने पहुंची मुस्लिमों की भीड़ में आए उपद्रवियों के द्वारा की गई पत्थरबाजी के खिलाफ अब पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है। पुलिस ने इस मामले में वीडियो फुटेज के आधार पर 46 लोगों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। जबकि 150 अज्ञात लोगों पर एफआईआर दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी गई है।
इस मामले में आरोपी बनाए गए मुस्लिम समाज के पूर्व सदर हाजी शहजाद अली सबसे पहले पुलिस के निशाने पर आए। पुलिस और प्रशासन ने मस्तान शाह कॉलोनी नया मोहल्ले में हाजी शहजाद अली के द्वारा बनाई गई लगभग 5 करोड़ रुपए कीमत की 20 हजार स्क्वायर फिट वाली आलीशान हवेली को अवैध बताकर जमींदोज कर दिया।
पकड़े गए आरोपियों का जुलूस निकाला..
गुरुवार की शाम को पुलिस ने कोतवाली में पथराव करने वाले लगभग 20 आरोपियों को हिरासत में लेकर उन्हें कोर्ट में पेश कर दिया। पुलिस इन आरोपियों को कोतवाली से कोर्ट तक पैदल लेकर पहुंची। आरोपी पुलिस हिरासत में नारे लगाते हुए आगे बढ़ रहे थे। नारे के रूप में आरोपी कह रहे थे कि पत्थर फेंकना पाप है पुलिस हमारी बाप है। पुलिस ने सभी आरोपियों को कोर्ट ले जाकर पेश किया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया।
यह है पूरा मामला..
उल्लेखनीय है कि 21 अगस्त की दोपहर थाने में किए गए इस पथराव में टीआई अरविंद कुजूर सहित दो पुलिसकर्मी जख्मी हुए थे। मुस्लिमों की यह भीड़ महाराष्ट्र के नासिक में महंत रामगिरी द्वारा पैगम्बर साहब के खिलाफ दिए गए एक आपत्तिजनक बयान के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए कोतवाली में जमा हुई थी और तभी अचानक भीड़ ने पुलिस थाने में पथराव शुरू कर दिया था। पथराव की इस घटना के बाद पूरे छतरपुर में बिगड़े माहौल की चर्चा आग की तरह फैल गयी।
CM ने खुद लिया संज्ञान
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोशल मीडिया पर जारी किए अपने बयान में इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। सीएम से मिले निर्देश के बाद आईजी प्रमोद कुमार और कमिश्नर वीरेन्द्र रावत भी छतरपुर की तरफ रवाना हो गए। इधर पुलिस अधीक्षक अगम जैन ने सुबह 10 बजे पुलिस कंट्रोल रूम में पूरे जिले का पुलिस फोर्स एकत्रित कर बड़े एक्शन की तैयारी कर ली। पुलिस फोर्स को शहजाद अली के मकान को ध्वस्त करने के लिए रवाना किया गया। पुलिस के साथ प्रशासनिक अधिकारी और नगर पालिका की टीमें भी मौजूद रहीं।
चार मशीनों ने 8 घंटे में मिट्टी में मिला दी हवेली..
हाजी शहजाद अली के द्वारा मस्तान शाह कॉलोनी में एक नई हवेली का निर्माण किया गया था। हालांकि वे अपने चार भाईयों सहित इस हवेली में शिफ्ट होने वाला था, लेकिन फिलहाल यहां कोई नहीं रहता था। हवेली दो मंजिला इमारत के रूप में 20 हजार स्क्वायर फिट मैदान में आलीशान तरीके से बनाई गई थी। सुबह लगभग 11 बजे भारी पुलिस फोर्स यहां पर चार एलएनटी और जेसीबी मशीनों के साथ पहुंचा। इस हवेली में पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई का विरोध करने वाला भी कोई नहीं था।