अगस्त महीने में 15 अगस्त रक्षाबंधन जैसे कई बड़े त्यौहार ऐसे में कैसे करें असली घी की पहचान।
बुरहानपुर(न्यूज़ ढाबा)–इस महीने यानी अगस्त में रक्षाबंधन,15 अगस्त, नागपंचमी और जन्माष्टमी जैसे बड़े पर्व आ रहे हैं, ऐसे में मिठाइयां और पकवान बनाने के लिए बड़ी मात्रा में घी की जरूरत होती है.
“घी खाने से पहले एक बार नीचे बताए टेस्ट से नकली घी की जांच कर लें”
भारत में खाने-पीने की चीजों में मिलावट का धंधा जोरों पर है। व्यापारी ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में खाने-पीने की चीजों में खतरनाक केमिकल से लेकर गंदी से गंदी चीजों मिलावट करते हैं। ऐसी चीजों के सेवन से कैंसर, फूड पॉइजनिंग, पेट खराब होना, लिवर, किडनी और आंतों का डैमेज होना जैसी जानलेवा स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
घी में मिलावट एक गंभीर समस्या है। कई बार शुद्ध घी के नाम पर हमें मिलावटी घी मिल जाता है। यह न केवल स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, बल्कि धोखाधड़ी भी है। घी में वनस्पति तेल, जानवरों की चर्बी, सफेदी और गाढ़ापन बढ़ाने के लिए दूध पाउडर, गाढ़ा बनाने के लिए स्टार्च, रंग को आकर्षक बनाने के लिए कृत्रिम रंग और स्वाद बढ़ाने के लिए कृत्रिम स्वाद मिलाए जाते हैं।
“ऐसे करें असली घी का टेस्ट”
FSSAI के अनुसार, एक कांच की कटोरी में आधा चम्मच घी डालें इसमें टिंक्चर आयोडीन की 2-3 बूंद डालें अगर इसका रंग नीला होने लगे तो समझ लें कि इसमें स्टार्च मिलाया गया है
“शुद्ध घी टेस्ट के अन्य तरीके”
शुद्ध घी का रंग सुनहरा पीला होता है। अगर रंग बहुत चमकीला या सफेद हो तो संदेह करना चाहिए। शुद्ध घी की गंध सुगंधित होती है। अगर गंध कृत्रिम या खराब हो तो समझ जाइए कि घी मिलावटी है। शुद्ध घी ठंडा होने पर सफेद हो जाता है और गर्म करने पर पिघल जाता है। अगर घी पिघलने पर पानी जैसा दिखे तो समझ जाइए कि इसमें पानी मिलाया गया है।
“शुद्ध घी का फ्रिज टेस्ट”
शुद्ध घी को फ्रिज में रखने पर यह सख्त हो जाता है और चाकू से काटा जा सकता है। अगर घी फ्रिज में रखने पर भी नरम रहे तो यह मिलावटी हो सकता है। एक अन्य तरीका यह है कि एक चम्मच घी को एक गिलास गर्म पानी में डालें। अगर घी पानी में घुल जाए तो यह मिलावटी है। तीसरा तरीका यह भी है कि शुद्ध घी को आग पर गर्म करने पर यह धीरे-धीरे पिघलता है और इसमें धुआं नहीं निकलता। अगर घी जल्दी पिघल जाए और इसमें धुआं निकले तो यह मिलावटी है।