खुलकर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नेताओं की वापसी। यह वापसी कांग्रेस पार्टी की रीति नीति पर प्रश्न चिन्ह लगा रही है।
बुरहानपुर (न्यूज ढाबा)–विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने पार्टी के खिलाफ काम करने वाले नेताओं के खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्यवाही करते हुए बुरहानपुर के कई नेताओं को 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया था ।परंतु यह कैसा निष्कासन विधानसभा में खुले रूप से एमआईएम का साथ देने वाले कांग्रेसी नेताओं को पुनः पार्टी में वापस ले लेना यह किस प्रकार की पार्टी की रीति नीति है ।परंतु सूत्र बताते हैं कि इस निष्कासन बहाली के पीछे बहुत बड़ी डील हुई है।
बहरहाल बुरहानपुर कांग्रेस वर्तमान में बहुत सारे गुटों में बटी हुई नजर आ रही है। जिसमें मुख्य रूप से अजय रघुवंशी ग्रूप ,ठाकुर सुरेंद्र सिंह ग्रुप ,वर्तमान अध्यक्ष रिंकु टॉक इनका भी अपना एक ग्रुप है। बहराहाल देखना होगा आने वाला लोकसभा चुनाव में किस प्रकार कांग्रेस अपने आप को एकत्रित कर चुनाव में एक साथ खड़े हो पाते हैं। उक्त बहाली का पत्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा जारी किया गया।जिसमे प्रदेश महासचिव अजयसिंह रघुवंशी, कार्यकारी अध्यक्ष नूरुद्दीन काजी,उबेद शेख,अबरार साहब,अकील औलिया,हामिद डायमंड,अब्दुल्ला अंसारी,अन्तरसिग बर्डे, ओर मोहन ढकसे को पुनः कांग्रेस में निष्कासन रद्द किया है।*
उक्त निष्कासन रद्द होने पर समस्त नेताओ ने माननीय सोनिया गांधी जी,मान. राहुल गांधी जी,माननीय खरगे जी,श्री संजय दत्त जी,श्री भंवर जितेंद्र सिंह जी,पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री अरुण यादव,प्रदेश अध्यक्ष श्री जीतू पटवारी,प्रतिपक्ष नेता श्री उमंग सिंघार जी,श्री सचिन यादव सहित तमाम केंद्रीय नेताओ का आभार माना है।