बुरहानपुर (न्यूज ढाबा,)–नंदू भैया के बेटे हर्षवर्धन सिंह बोले हमें धोखे में रखा गया निर्दलीय चुनाव लड़ सकते हैं जनता का आदेश होगा वह मेरे लिए सर्वमान्य होगा मेरे जीवन का फैसला अब मैं उनके हाथों में है।
दूसरी बार निर्माण की जनता से भरा हुआ है हमें धोखे में रखा गया पहले इनके द्वारा कहा गया कि हारे हुए कैंडिडेट को टिकट नहीं दिया जाएगा जो भी निर्दलीय से हर है उन्हें विशेष रूप से टिकट से दूर रखा जाएगा पूरा चुनाव गुजरात पैटर्न पर होगा परंतु यह कुछ भी ना होते हुए सब बातों को ताक पर रखते हुए पार्टी ने अर्चना चटनिस को भाजपा प्रत्याशी के रूप में बुरहानपुर विधानसभा से प्रत्याशी बनाया है हर्षवर्धन कहते हैं मैं जनता का सेवक हूं वह मेरे मालिक है मालिक जैसे कहेंगे वैसा करूगा ।अभी तो मैं आया हूं घर जाकर सभी वरिष्ठों से चर्चा कर आगे की रणनीति तय करना होगी ।परंतु हम आपको बता दे कल जैसे ही टिकट की घोषणा हुई सोशल मीडिया पर हर्षवर्धन सिंह चौहान के फेसबुक आईडी से रामधारी सिंह दिनकर की कविता पोस्ट की जिसका मूल रूप से मतलब यही है अब संघर्ष होगा, अब रण होगा इस तरह का भाव उस कविता के माध्यम से व्यक्त किया गया । हर्षवर्धन सिंह चौहान के निर्दलीय चुनाव लड़ने के कयास लगाए जा रहे हैं जिस प्रकार से सोशल मीडिया पर उनके समर्थक एवं उनके खुद का बयान रेलवे स्टेशन पर जो दिया, उससे यह प्रतीत होता है कि वह चुनाव लड़ने के मूड में है।अब देखना यह होगा की आने वाले समय में अगर हर्षवर्धन सिंह चौहान निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में बुरहानपुर विधानसभा के प्रत्याशी रहते हैं तो यह चुनाव की रंगत कुछ और ही होगी ।यह मुकाबला भाजपा के लिए बहुत मुश्किल है खड़ी कर सकता है बहरहाल सब भविष्य की बात है
हर्षवर्धन सिंह चौहान के साथ भारतीय जनता पार्टी के बड़े वरिष्ठ कार्यकर्ता नजर आए जिसमें विशेष रूप से मनोज तारवाला जो खुद विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा से दावेदारी कर रहे थे ,पूर्व जिला अध्यक्ष विजय गुप्ता ,शाहपुर के नेता युवराज महाजन, शाहपुर के एक और युवा नेता विनोद चौधरी और ऐसे कई नाम है जिनकी उपस्थिति मात्र से चुनावी समीकरण भाजपा के लिए गड़बडा सकते हैं वैसे आपको बता दे नामांतरण वापस लेने की आखिरी तारीख 30 अक्टूबर है उसके बाद में ही पता चलेगा कि कितने खिलाड़ी मैदान में है!