भगवान बिरसा मुंडा की जयंती धूमधाम से मनाई गई।
भगवान बिरसा मुंडा की जयंती जनजाति दिवस के रूप में स्थानीय स्टेडियम ग्राउंड पर मनाया गया।
बुरहानपुर (न्यूज़ ढाबा)–भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती को मध्य प्रदेश सरकार ने जनजाति दिवस के रूप में मनाने का संकल्प लिया आज दोपहर आदिवासी क्षेत्र धूलकोट में धूमधाम से भगवान बिरसा मुंडा का जन्म जयंती समारोह मनाया गया।
इस अवसर पर खंडवा लोकसभा के लोकप्रिय सांसद श्री ज्ञानेश्वर पाटिल नेपानगर विधायक सुश्री मंजू दादू बुरहानपुर विधायक श्रीमती अर्चना चिटनिस एवं भारी मात्रा में जन समुदाय उपस्थित रहा। सांसद पाटिल ने अपने संबोधन में बताया कि भगवान बिरसा मुंडा ने जीते जी अंग्रेजों अंग्रेजों के नाक में दम कर रखा था ।अंग्रेज सरकार की सिपाही भगवान बिरसा मुंडा को एक बार भी पकड़ नहीं पाए। कई बार बिरसा मुंडा अंग्रेज सरकार के सिपाहियों को चुंगल भाग निकले। उन्होंने विश्वास दिलायकी समाज को हमेशा एकता रहने का पाठ पढ़ाया।
बाल्य काल से ही वह क्रांतिकारी विचारों के धनी रहे एक बार उन्हें स्थानीय क्रिश्चियन लोगों ने क्रिश्चियन धर्म अपनाने की बात कही परंतु उन्होंने इसका पुरजोर विरोध किया। तमाम तरह की लालच और सुविधा देने के बावजूद भी बिरसा मुंडा ने क्रिश्चियन धर्म नहीं अपनाया।
भारतीय जनता पार्टी की सरकार एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जन जागरण दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया एवं भारतवर्ष में भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को धूमधाम से मनाने का आह्वान किया।
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