मेरे घर गीता है कुरान है बाइबल रहता है,
एक अलमारी में सारा हिंदुस्तान रहता है,
मेक्रो विज़न एकेडमी बुरहानपुर के अनहद आनंद ऑडिटोरियम में कॉमेडियन रहमान ने खोले साहित्य के खजाने कमरुद्दीन फलक की कविता “अर्जी” ने सबका मन मोह लिया।
बुरहानपुर(न्यूज़ ढाबा)– मेक्रो विज़न एकेडमी बुरहानपुर के अनहद आनंद ऑडिटोरियम में एकल नाटक ह्यूमरबाज स्टैंड-अप कॉमेडियन रहमान खान ने हिंदुस्तानी साहित्य के ख़ज़ाने से निकाले गए व्यंग्य और हास्य का संकलन से सभी विद्यार्थियों क मन मोह लिया। साहित्य और कविता का एक समृद्ध मिश्रण,
जिसमें कहानी और स्टैंडअप कॉमेडी का तड़का, इस तरह किताबों पर नाटकीय प्रस्तुति बहुत ही अद्वितीय थी। नाटक का उद्देश्य समृद्ध हिंदुस्तानी साहित्य और लेखकों, कवियों और शायरों में आम जनता की रुचि को फिर से जगाना है, जो इंटरनेट, संस्कृति के प्रभुत्व और
खत्म होती पढ़ने की खत्म होती पढ़ने की आदतों के कारण किसी तरह पीछे छूट गए हैं।” वह आगे कहते हैं, ” मिर्जा गालिब , दाग़ देहलवी, मुंशी प्रेम चंद , मंटो, कुंवर बेदी सेहर, फिराक गोरखपुरी जैसे प्रख्यात कवि और लेखक,
जो आमतौर पर अपने गंभीर लेखन के लिए जाने जाते हैं, आप पाएंगे कि उनके जीवन में रंगों और हंसी के छींटे हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता एकेडमिक फाउंडर एवं चैयरमेन श्री आनंद प्रकाश चौकसे, डायरेक्टर ऑल इज़ वेल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल बुरहानपुर, श्री कबीर चौकसे एवं श्रीमती देवांशी चौकसे, स्कूल सचिव श्रीमती मंजूषा चौकसे, मिस. अंतरा चौकसे जी के साथ हिंदी और उर्दू जगत के शायर और लेखक व गीतकार जनाब रक़ीब आलम, मजाज़ आशना, मुरादाबाद से राहुल शर्मा, देवास से चांद सोनी और कमरूद्दीन फ़लक भी मोजूद थे । समस्त आवासीय विद्यार्थियों तथा समस्त शिक्षकों की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम में और चार चाँद लगा दिए।