- बुरहानपुर(न्यूज ढाबा)–आगामी लोकसभा चुनाव से पहले नागरिकता संशोधन अधिनियम (CAA) को लेकर एक बार फिर राजनीति गरमा गयी है. सीएए को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने बड़ा बयान दिया है.
ओवैसी ने कहा कि सीएए संविधान विरोधी है और यह कानून का उल्लंघन करता है. सीएए धर्म के आधार पर बना है. सरकार के वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार (2 जनवरी) को बताया कि सीएए को लोकसभा चुनाव से पहले लागू किया जा सकता है. इसी को लेकर असदुद्दीन ओवैसी ने प्रतिक्रिया दी है.
एआईएमआईएम नेता ओवैसी ने कहा कि मोदी सरकार को बताना चाहिये कि उनकी इस देश को लेकर क्या पॉलिसी है? ओवैसी ने यह भी कहा कि जब तक हम जिंदा रहेंगें 6 दिसंबर की बात करेंगें. उनकी गाड़ी पर हमला हुआ था. अब क्या हमें गोली मारेंगें. हम बोलते रहेंगे. 1955 में मथुरा के इदगाह को लेकर समझौता हुआ था. 6 दिसंबर को मस्जिद को शहीद किया गया.
बाबरी ढांचा गिराने पर देवेंद्र फडणवीस ने कही ये बात
बीजेपी नेता और महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस के बयान पर भी ओवैसी ने पलटवार किया. फडणवीस ने मंगलवार (2 जनवरी) को कहा कि 6 दिसंबर 1992 को जब ‘कार सेवकों’ ने बाबरी ढांचा गिराया था, तब वहां मौजूद रहकर उन्हें गर्व और खुशी महसूस हुआ
देश में अराजकता फैलाने का प्रयास’
ओवैसी ने कहा, ”इस तरह के बयान से देश में अराजकता फैलायी जा रही है. उन्होंने कहा कि संविधान के पद पर बैठकर आप बकवास कर रहे हैं. अगर हिम्मत रखते हैं तो आप कोर्ट में जाकर कहना चाहिए था कि बाबरी मस्जिद को आपने तोड़ा था. सभी धर्म और जाति के लिए आपका नजरिया सभी के लिए एक होना चाहिए. एक धर्म सम्प्रदाय के लिए इस तरह की बातें एक संवैधानिक पद पर रहकर नहीं करनी चाहिए.”
‘बाबरी मस्जिद पर शिवसेना को कोर्ट में बुलाना चाहिये था’
बाबरी मस्जिद को लेकर शिवसेना को कोर्ट में बुलाना चाहिये था. जबरन ताला तोड़ा गया है. उन्होंने यह भी कहा कि 200 साल पुरानी दरगाह को भी बदलने की कोशिश की जा रही है. संघ परिवार के लोग इस तरह की कोशिश कर रहे हैं. पीएम को 1991 के एक्ट को मानना चाहिये.